सीवर ओवरफ्लो से बादशाहपुर में बना स्वीमिंग पूल
Gurugram News Network- कोविड संक्रमण को देखते हुए भले ही प्रशासन ने स्वीमिंग पूल में जाने से पाबंदी लगा दी हो, लेकिन नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही ने बादशाहपुर की सडक को ही स्विमिंग पूल में तब्दील कर दिया है। सड़क पर भर रहे सीवर के पानी की तरफ न तो नगर निगम अधिकारी ध्यान दे रहे हैं और न ही स्थानीय पार्षद को लोगों की इस समस्या से कोई लेनादेना है।
बादशाहपुर में त्यागी मोहल्ले, बाबा कुशाल साध मंदिर व शमशान घाट को जाने वाले प्रमुख रास्ते की हालत देखकर कोई यह नहीं कह सकता कि यह स्मार्ट सिटी का हिस्सा है। अधिकारियों की लापरवाही ने इस क्षेत्र को स्लम में बदल दिया है। सीवर ओवरफ्लो होने के कारण लोगों का यहां से गुजरना भी मुश्लिक हो गया है। पास ही खाली प्लॉट में सीवर का यह पानी भर रहा है।
स्थानीय लोगों अमित त्यागी, कमल पंडित, कपिल त्यागी, संजय मुतरेजा, ललित भारद्वाज, हरि सिंह समेत अन्य ने बताया कि करीब 10 दिन से आ रही इस समस्या का खामियाजा पूरे गांव को भुगतना पड़ रहा है। दरअसल जिस स्थान पर सीवर का पानी ओवरफ्लो हो रहा है वहां पास में ही बूस्टिंग स्टेशन है। इससे न केवल बादशाहपुर बल्कि आसपास के क्षेत्र में भी पेयजल आपूर्ति की जाती है। सीवर का दूषित पानी पेयजल में मिलने के कारण लोगों में बीमारी फैलने का डर बना हुआ है।
लोगों ने बताया कि इस समस्या के बारे में वह नगर निगम अधिकारियों समेत स्थानीय पार्षद सुभाष सिंह को अवगत करा चुके हैं, लेकिन वह केवल चुनाव के वक्त ही क्षेत्र में नजर आते हैं। इससे पहले पार्षद को नगर निगम गांव में बंदरों के आतंक व बेसहारा पशुओं के संदर्भ में शिकायत दे चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
वहीं, इस बारे में पार्षद सुभाष सिंह का कहना है कि स्थानीय लोगों ने उन्हें इस बारे में शिकायत दी है। यहां देखा गया था की सड़क पर 2-2 फ़ीट तक पानी भरा हुआ था। पानी की निकासी के लिए मोटर लगवा दी गई है। इस वक्त वह मौके पर ही पानी की निकासी करा रहे हैं। बंदरों के आतंक और बेसहारा पशुओं के बारे में भी शिकायत मिली है। नगर निगम अधिकारियों को इस बारे में कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन निगम अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। निगम अधिकारी केवल मनमानी करने में जुटे हुए हैं। वहीं, मामले में निगम कमिश्नर मुकेश कुमार आहूजा ने कोई जवाब नहीं दिया है।